मूँ लटकाते आओगे और दांत दिखाते जाओगे - ऐसी तासीर है हमारे खस्ता शेरों की
लाफा माने झापड़
ये लाफा माने झापड़ बताना जरूरी था क्या ? :)
फत्ते से कौनो दुश्मनी है का?
अच्छा लाफा माने झापड़ हम तो बिना जाने समझे ही दुई लाफा एक ठौर दे आये हैं
बहुत अच्छी प्रस्तुति . श्री दुर्गाष्टमी की बधाई !!!
फत्ते भी एक दुई ठो ढिशुम जमा आई हैं। :)
मत कहो आकाश में कोहरा घना है ये किसी की व्यक्तिगत आलोचना है (दुष्यंत कुमार?)संयोग से यह व्यंग्य तो बुखारा (bucharest romania) से आये मौलाना द्वारा लखनऊ के मुस्लिम पत्रकार पर की गयी बदतमीज़ी पर खरा उतरता है।
आते जाओ, मुस्कराते जाओ!
7 टिप्पणियाँ:
लाफा माने झापड़
ये लाफा माने झापड़ बताना जरूरी था क्या ?
:)
फत्ते से कौनो दुश्मनी है का?
अच्छा लाफा माने झापड़ हम तो बिना जाने समझे ही दुई लाफा एक ठौर दे आये हैं
बहुत अच्छी प्रस्तुति .
श्री दुर्गाष्टमी की बधाई !!!
फत्ते भी एक दुई ठो ढिशुम जमा आई हैं। :)
मत कहो आकाश में कोहरा घना है
ये किसी की व्यक्तिगत आलोचना है (दुष्यंत कुमार?)
संयोग से यह व्यंग्य तो बुखारा (bucharest romania) से आये मौलाना द्वारा लखनऊ के मुस्लिम पत्रकार पर की गयी बदतमीज़ी पर खरा उतरता है।
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